खुशियां खरीदने से नहीं बांटने से मिलती है। Spread Happiness 2020
Story in Hindi:
दोस्तों आप सभी का स्वागत है आज की हमारी कहानी ऐसी कहानी है जो कि दिल को छू जाएगी और साथ ही साथ आपको भी कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करेंगी, मुझे यह कहानी बताते हुए बहुत ही अच्छा लग रहा है क्योंकि यह कहानी हर एक इंसान से किसी ना किसी तरह से जुड़ी हुई है चलिए जानते हैं आज की कहानी के बारे में:-
एक औरत अपने मनोचिकित्सक के पास गई.
वह बोली, “डॉ साहब ! मुझे लगता है कि मैं डिप्रेशन (depression) में ही।
डॉक्टर ने पूछा ऐसा क्यों, मेरा पूरा जीवन बेकार है, उसका कोई अर्थ नहीं है। क्या आप मेरा डिप्रेशन दूर करने में मदद कर सकते है ? ताकि में खुश रह पाऊं।
मनोचिकित्सक ने एक बूढ़ी औरत को बुलाया जो वहाँ साफ़-सफाई का काम करती थी और उस अमीर औरत से बोला – “मैं इस बूढी औरत से तुम्हें यह बताने के लिए कहूँगा कि कैसे उसने अपने जीवन में खुशियाँ ढूँढी। मैं चाहता हूँ कि आप उसे ध्यान से सुनें।”
तब उस बूढ़ी औरत ने अपना झाड़ू नीचे रखा, कुर्सी पर बैठ गई और बताने लगी – “मेरे पति की मलेरिया से मृत्यु हो गई और उसके 3 महीने बाद ही मेरे बेटे की भी सड़क हादसे में मौत हो गई।

मेरे पास कोई नहीं था। मेरे जीवन में कुछ नहीं बचा था। मैं सो नहीं पाती थी, खा नहीं पाती थी, मैंने मुस्कुराना बंद कर दिया था।”
मैं खुद के जीवन को समाप्त करने की तरकीबें सोचने लगी थी।
तब एक दिन,एक छोटा बिल्ली का बच्चा मेरे पीछे लग गया जब मैं काम से घर आ रही थी। बाहर बहुत ठंड थी इसलिए मैंने उस बच्चे को अंदर आने दिया। उस बिल्ली के बच्चे के लिए थोड़े से दूध का इंतजाम किया और वह सारी प्लेट सफाचट कर गया। फिर वह मेरे पैरों से लिपट गया और चाटने लगा।”
खुशियां खरीदने से नहीं बांटने से मिलती है। Spread Happiness 2020
उस दिन में बहुत समय के बाद में मुस्कुराई थी।
तब मैंने मन ही मन में सोचा इस बी जुबान जानवर की थोड़ी सी मदद करने से मुझे खुशी मिली है तो यह भी हो सकता है कि अगर मैं दूसरों के लिए कुछ करूं तो मुझे और भी ज्यादा खुशी मिलेगी।
MORE STORIES:
इसलिए अगले दिन मैं अपने पड़ोसी, जो कि बीमार था,के लिए कुछ बिस्किट्स बना कर ले गई।”
उसके बाद ही सिलसिला चालू हो गया मैं हर रोज दूसरों के लिए कुछ अच्छा करने की कोशिश करती थी उनको खुशी मिलती तो मैं देख कर मैं भी खुश हो जाती थी
अब मैं फिर से चाहने लगी हूं हंसने लगी हूं।
यह सुन कर वह अमीर औरत रोने लगी।

उसके पास वह सब था जो वह पैसे से खरीद सकती थी। लेकिन उसने वह चीज खो दी थी जो पैसे से नहीं खरीदी जा सकती।
मित्रों! हमारा जीवन इस बात पर निर्भर नहीं करता कि हम कितने खुश हैं अपितु इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी वजह से कितने लोग खुश हैं।
Our life does not depend on how happy we are but on how many people are happy because of us.
तो आईये आज शुभारम्भ करें इस संकल्प के साथ कि आज हम भी किसी न किसी की खुशी का कारण बनें।
खुशियां खरीदने से नहीं बांटने से मिलती है। Spread Happiness 2020
दोस्तो , उम्मीद करती हूं कि आपको यह कहानी पसंद आई होगी। मेरी इस कहानी से आपने काफ़ी कुछ सीखा होगा कृपा Comment करके जरूर बताएं। नीचे दिए गए EMOJI पर क्लिक करके आप इस पोस्ट को लाइक कर सकते हैं। Bell icon 🔔 आइकन पर क्लिक करे और नए पोस्ट को सबसे पहले पाए। ऐसी ही Motivational story के लिए कृपया इस पोस्ट को शेयर करे और हम से जुड़े रहे ।
Thank You